डीएपी और यूरिया की कीमतों की जानकारी अनेक किसान जानना चाहते हैं क्योंकि वर्तमान समय में डीएपी और यूरिया की कीमतों को लेकर अनेक प्रकार की चर्चाएं की जा रही है और दूसरी तरफ वर्तमान समय में किसानों को खेती करने के लिए खाद की आवश्यकता है। खेती करने के लिए कहीं ना कहीं सभी किसान वर्तमान समय में खाद की व्यवस्था कर रहे हैं यदि आप भी एक किसान है और डीएपी और यूरिया की कीमतों की जानकारी को जानना चाहते हैं तो आज इस लेख को अंतिम तक जरूर पढ़ें।
आज इस लेख के अंतर्गत हम आपको डीएपी और यूरिया की कीमतों की जानकारी प्रदान करेंगे। जो की सभी किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी है। समय समय पर डीएपी और यूरिया की कीमतों में बदलाव होता रहता है तो चलिए अब हम डीएपी और यूरिया की कीमतों की जानकारी को जानना शुरू करते हैं।
DAP Urea New Rate List
यूरिया प्रतिबैग 45 किलो 266.50 रूपये डीएपी प्रतिबैग 50 किलो 1350 रुपए वही एनपीके प्रतिबैग 50 किलो 1470 रूपये और Mop प्रतिबैग 50 किलो 1700 रूपये दोस्तों हमने जो आपको भाव बताएं यह सब्सिडी लागू होने के बाद के भाव है अगर सब्सिडी लागू न की जाए तो भाव अलग है जिन्हें भी आप नीचे जान जाएंगे।
इन बताए गए भाव में आप जिस भी प्रकार का खाद प्रयोग में लेते हैं उसे खरीद सकते हैं तथा अपनी आवश्यकता अनुसार खेती के लिए उसका उपयोग कर सकते हैं। खाद के अंतर्गत इस वर्ष भी किसी भी प्रकार का कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। ऊपर जो आपको भाव बताए गए हैं वह भाव सरकार के द्वारा तय किए गए ही भाव है और उन्ही भाव के आधार पर वर्तमान समय मे खाद लेने वाले किसानों को खाद प्रदान किया जा रहा है।
बिना किसी सब्सिडी के खाद के भाव
जैसा कि ऊपर आपने सब्सिडी लागू होने वाले खाद के भाव को जान लिया है चलिए अब हम बिना किसी सब्सिडी के खाद के भाव को जानते हैं तो यूरिया प्रतिबैग 45 किलो 2450 रूपये डीएपी प्रतिबैग 50 किलो 4073 रुपए वही एनपीके प्रतिबैग 50 किलो 3291 रूपये और Mop प्रतिबैग 50 किलो 4073 रूपये हैं।
जो भी किसान खाद प्राप्त कर रहे हैं केवल उन्हें आधार कार्ड की आवश्यकता फिर वह खाद को प्राप्त कर सकते हैं और सब्सिडी डायरेक्ट ही लागू की गई हैं। यानी कि सरकार के द्वारा पहले ही सब्सिडी लागू कर दी गई है उसके बाद के भाव आपकों ऊपर बताए गए हैं और बिना सब्सिडी के भाव भी आपने जान लिए है।
खाद के भाव में वृद्धि क्यों हुई है?
जैसा कि पहले किसानों को इतने अत्यधिक भाव के हिसाब से खाद प्रदान नहीं किया जाता था बल्कि कम भाव के हिसाब से खाद प्रदान किया जाता था। लेकिन अब अनेक ऐसे कारण है जिनके चलते किसानों को खाद के भाव के अंतर्गत वृद्धि देखने को मिल रही है अगर हम कारण जाने तो खाद के लिए 90% कच्चा माल दूसरे देशों से आता है और वर्तमान समय में पेट्रोल डीजल और इसके अतिरिक्त भी अनेक प्रकार के खर्च बढ़ जाने की वजह से खाद के भाव में वृद्धि का मुख्य कारण बताया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि वर्तमान समय में भरपूर मात्रा में खाद उपलब्ध है ऐसे में किसानों को अब खाद न मिलने जैसी समस्या नहीं देखनी पड़ेगी क्योंकि अक्सर किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पाता है लेकिन अब पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है।
डीएपी और यूरिया की न्यू रेट की जानकारी आज आपने जान ली है यदि आज की यह महत्वपूर्ण जानकारी आपको अच्छी लगी है और अगर आपको अपने सवाल का जवाब मिल गया है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आज का यह लेख आपको कैसा लगा है वहीं यदि आपका इस लेख को लेकर कोई सवाल है तो उसे आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।